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मारुति सुज़ुकी Victoris

मारुति सुज़ुकी Victoris: 5-स्टार BNCAP, लेवल-2 ADAS और हाइब्रिड पावरट्रेन के साथ नई मिड-साइज़ SUV का अनावरण

एरीना (Arena) डीलरशिप का नया फ्लैगशिप—ब्रेज़ा और ग्रैंड विटारा के बीच पोज़िशनिंग। बुकिंग ₹11,000 से शुरू। कीमतें जल्द घोषित होंगी।


Victoris क्या है बड़ी खबर?

  • आधिकारिक अनावरण: Maruti Suzuki ने भारत में नई Victoris SUV से पर्दा उठाया। यह एरीना नेटवर्क की सबसे प्रीमियम कार होगी और घरेलू बाज़ार के साथ 100+ देशों में एक्सपोर्ट भी होगी।
  • 5-स्टार सेफ्टी: Victoris को Bharat NCAP में 5-स्टार रेटिंग मिली—AOP: 31.66/32, COP: 43/49
  • बुकिंग शुरू: ऑनलाइन/डीलरशिप पर ₹11,000 टोकन के साथ बुकिंग ओपन।
  • पावरट्रेन के विकल्प: 1.5L माइल्ड-हाइब्रिड पेट्रोल (MT/6AT, वैकल्पिक ALLGRIP 4WD), 1.5L स्ट्रॉन्ग-हाइब्रिड (e-CVT), और S-CNG (5MT, अंडरबॉडी टैंक)।
  • क्लेम्ड माइलेज: पेट्रोल 20.49–21.18 kmpl, स्ट्रॉन्ग-हाइब्रिड 28.65 kmpl, CNG 27.02 km/kg (ARAI/कंपनी दावे)।

डिज़ाइन, आयाम और कलर

  • डिज़ाइन हाइलाइट्स: स्लीक LED प्रोजेक्टर हेडलैम्प्स, कनेक्टेड टेल-लैम्प, रूफ रेल्स, पैनोरमिक सनरूफ, पावर टेलगेट वगैरह।
  • आयाम (लंबाई x चौड़ाई x ऊँचाई): 4,360 x 1,795 x 1,655 mm, व्हीलबेस 2,600 mm
  • टायर/वील्स: 215/60 R17 अलॉय (17-इंच)।
  • कलर ऑप्शन: 10 शेड्स (7 मोनोटोन + 3 ड्यूल-टोन), नए Mystic Green और Eternal Blue शामिल।

पावरट्रेन, ट्रांसमिशन और माइलेज (क्लेम्ड)

विकल्पइंजन/गियरबॉक्सड्राइवमाइलेज*
पेट्रोल (माइल्ड-हाइब्रिड)1.5L, 5MT/6ATFWD; ALLGRIP 4WD (6AT पर)21.18 kmpl (MT), 20.49–21.06 kmpl (AT)
स्ट्रॉन्ग-हाइब्रिड1.5L + e-CVTFWD28.65 kmpl
S-CNG1.5L, 5MT, अंडरबॉडी CNG टैंकFWD27.02 km/kg
*निर्माता/ARAI क्लेम; वास्तविक माइलेज उपयोग पर निर्भर।

सेफ्टी और ADAS

  • रेटिंग: 5-स्टार BNCAP; AOP 31.66/32, COP 43/49
  • ADAS (लेवल-2): एडेप्टिव क्रूज़ कंट्रोल (कर्व-स्पीड रिडक्शन), AEB, लेन-कीप असिस्ट, ब्लाइंड-स्पॉट मॉनिटर, रियर क्रॉस-ट्रैफिक अलर्ट, हाई-बीम असिस्ट आदि।
  • अन्य फीचर्स: 6 एयरबैग, 360° कैमरा, ऑल-व्हील डिस्क, इलेक्ट्रॉनिक पार्किंग ब्रेक, TPMS, ESP, हिल-होल्ड।

इंटीरियर और टेक

  • 26.03 cm फुल-डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, 25.65 cm SmartPlay Pro X टचस्क्रीन (वायरलेस Android Auto/Apple CarPlay, OTA, इन-ऐप स्टोर), Alexa Auto Voice AI
  • Infinity by Harman 8-स्पीकर सिस्टम Dolby Atmos 5.1ch के साथ; वायरलेस चार्जिंग (कूलिंग), 60W USB-C, PM2.5 फिल्टर, 64-कलर एम्बिएंट लाइटिंग, वेंटिलेटेड फ्रंट सीट्स, 8-वे पावर्ड ड्राइवर सीट, पावर टेलगेट (जेस्चर)

वेरिएंट्स, कलर्स और पोज़िशनिंग

  • वेरिएंट लाइन-अप (अनावरण पर): LXI, VXI, ZXI, ZXI(O), ZXI+, ZXI+(O)
  • पोज़िशनिंग: कंपनी लाइन-अप में ब्रेज़ा और ग्रैंड विटारा के बीच; एरीना का फ्लैगशिप। प्रतिस्पर्धी: ह्युंडई क्रेटा, किआ सेल्टोस, टोयोटा हाइराइडर, होंडा एलिवेट, एमजी एस्टर, स्कोडा कुशाक, वीडब्ल्यू टाइगन आदि।

बुकिंग, लॉन्च एवं अपेक्षित कीमत

  • बुकिंग:11,000 टोकन, एरीना डीलरशिप/ऑनलाइन।
  • कीमत (अनुमान): ₹10–18.5 लाख (एक्स-शोरूम) रेंज की उम्मीद; आधिकारिक प्राइसिंग जल्द सामने आएगी।

मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट

  • उत्पादन खरखौदा प्लांट (हरियाणा) में; 100+ देशों में निर्यात की योजना। एरीना चैनल से बिक्री।

क्विक हाइलाइट्स (TL;DR)

  • 5-स्टार BNCAP + लेवल-2 ADAS
  • 1.5L पेट्रोल (MT/AT, वैकल्पिक 4WD) | 1.5L स्ट्रॉन्ग-हाइब्रिड (e-CVT) | 1.5L S-CNG (अंडरबॉडी टैंक)
  • क्लेम्ड बेस्ट-इन-क्लास 28.65 kmpl (हाइब्रिड)
  • 10 कलर ऑप्शन, 17-इंच अलॉय, पैनोरमिक सनरूफ
  • बुकिंग ₹11,000 से; कीमतें जल्द घोषित

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)

Q1. Victoris और “Victorious”—सही नाम क्या है?
A. कंपनी का आधिकारिक नाम Victoris है; कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में “Victorious” भी लिखा गया, पर ऑफिशियल रिलीज़ में Victoris ही है।

Q2. क्या Victoris में 4×4 मिलता है?
A. हाँ, ALLGRIP 4WD चुनिंदा 6-स्पीड AT ट्रिम्स के साथ उपलब्ध होगा।

Q3. CNG वेरिएंट में बूट स्पेस कम तो नहीं होगा?
A. नहीं—अंडरबॉडी CNG टैंक लेआउट दिया गया है, जिससे लगेज स्पेस काफ़ी हद तक बरकरार रहता है।

Q4. माइलेज कितना है?
A. कंपनी/ARAI दावों के अनुसार—पेट्रोल ~20.49–21.18 kmpl, स्ट्रॉन्ग-हाइब्रिड 28.65 kmpl, CNG 27.02 km/kg। वास्तविक माइलेज ड्राइविंग कंडीशन्स पर निर्भर करेगा।


सोर्सेज/रेफरेंसेज़

  • ग्लोबल सुज़ुकी प्रेस रिलीज़—अनावरण, प्लांट, एक्सपोर्ट, पावरट्रेन, आयाम, फीचर्स।
  • टाइम्स ऑफ इंडिया—BNCAP स्कोर, वेरिएंट्स, बुकिंग डिटेल्स, ADAS सूची।
  • इंडिया टुडे—डाइमेंशन्स, फीचर लिस्ट, 17-इंच वील्स, बुकिंग, ADAS/सेफ्टी डिटेल।
  • V3Cars—टायर साइज, अपेक्षित प्राइस रेंज, माइलेज ब्रेक-अप, AWD ऑप्शन।
  • CarWale—ARAI माइलेज मैट्रिक्स (पेट्रोल/हाइब्रिड/CNG)।

नोट

  • आधिकारिक कीमत और वैरिएंट-वाइज़ स्पेसिफिकेशन शीट जारी होते ही अपडेट संभव है। अभी उपलब्ध जानकारी आधिकारिक रिलीज़ और प्रमुख ऑटो पब्लिकेशन्स पर आधारित है।

गणेश चतुर्थी 2025

गणेश चतुर्थी 2025: तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

गणेश चतुर्थी 2025: तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

गणेश चतुर्थी 2025

विषय सूची

गणेश चतुर्थी 2025 की तिथि और मुहूर्त

गणेश चतुर्थी 2025 का पर्व इस वर्ष बुधवार, 27 अगस्त 2025 को मनाया जाएगा।

  • चतुर्थी तिथि प्रारंभ: 26 अगस्त 2025, दोपहर 1:54 बजे
  • चतुर्थी तिथि समाप्त: 27 अगस्त 2025, दोपहर 3:44 बजे
  • पूजा का शुभ मुहूर्त: 27 अगस्त को सुबह 11:05 बजे से 1:40 बजे तक

गणेश चतुर्थी पूजा विधि

गणेश चतुर्थी के दिन गणपति स्थापना और पूजा का विशेष महत्व होता है। पारंपरिक रूप से षोडशोपचार विधि से पूजा की जाती है।

पूजा की तैयारी

  • पूजा स्थल को स्वच्छ कर चौकी पर लाल/पीला कपड़ा बिछाएँ।
  • गणेश जी की मूर्ति को चौकी पर विराजमान करें।
  • कलश स्थापना करें – जल, आम्रपल्लव (आम के पत्ते) और नारियल रखें।
  • पूजा सामग्री तैयार करें – दूर्वा घास, मोदक, फूल, दीपक, धूप, पंचामृत, फल आदि।

पूजा विधि

  1. संकल्प: पूजा का संकल्प लें।
  2. आवाहन: मंत्र जप से भगवान गणेश का आवाहन करें।
  3. अभिषेक: मूर्ति को पंचामृत और जल से स्नान कराएँ।
  4. वस्त्र और गंध: गणेश जी को वस्त्र और चंदन लगाएँ।
  5. पुष्प और दूर्वा: लाल फूल और दूर्वा अर्पित करें।
  6. धूप-दीप: दीपक और धूप जलाकर दिखाएँ।
  7. नैवेद्य: मोदक और लड्डू का भोग लगाएँ।
  8. आरती: परिवार सहित गणेश जी की आरती करें।

गणेश आरती और भजन

पूजा के अंत में “सुखकर्ता दुखहर्ता” और “जय देव जय देव” जैसी गणेश आरतियाँ गाना शुभ माना जाता है।

गणपति विसर्जन 2025

गणेश उत्सव 10 दिनों तक चलता है और अंत में अनंत चतुर्दशी के दिन गणपति विसर्जन किया जाता है।

गणपति विसर्जन तिथि: शनिवार, 6 सितम्बर 2025

FAQ – गणेश चतुर्थी 2025

प्रश्न 1: गणेश चतुर्थी 2025 कब है?
उत्तर: बुधवार, 27 अगस्त 2025।

प्रश्न 2: गणेश स्थापना का शुभ मुहूर्त क्या है?
उत्तर: 11:05 बजे से 1:40 बजे तक (27 अगस्त को)।

प्रश्न 3: गणपति विसर्जन कब होगा?
उत्तर: 6 सितम्बर 2025, अनंत चतुर्दशी के दिन।

अर्मान मलिक (Armaan Malik)

अर्मान मलिक का पहला स्टेडियम टूर: मुंबई में होगा भव्य “होमकमिंग” कॉन्सर्ट

अर्मान मलिक का करियर नया मोड़ ले रहा है

भारत के मशहूर गायक अर्मान मलिक ने अपने पहले स्टेडियम टूर की घोषणा की है। यह टूर कई शहरों में आयोजित होगा और इसका सबसे भव्य समापन मुंबई में होगा। अर्मान के लिए यह सिर्फ एक कॉन्सर्ट नहीं, बल्कि उनके संगीत सफर का एक “होमकमिंग मोमेंट” है।

अर्मान मलिक

“होमकमिंग कॉन्सर्ट” क्यों है खास?

  • मुंबई अर्मान मलिक का जन्म और करियर की शुरुआत का शहर है।
  • स्टेडियम टूर उनके ग्लोबल पॉप विज़न को भारत के मंच पर दिखाएगा।
  • यह कॉन्सर्ट सिर्फ बॉलीवुड फैंस ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय दर्शकों के लिए भी खास होगा।

अर्मान के जीवन से जुड़ी झलकियाँ

22 जुलाई 1995 को मुंबई में जन्मे अर्मान ने मात्र चार साल की उम्र से गाना शुरू कर दिया था। उन्होंने Berklee College of Music से संगीत की शिक्षा प्राप्त की। आज वे एक प्लेबैक सिंगर, गीतकार, रिकॉर्ड निर्माता और ग्लोबल पॉप आर्टिस्ट के रूप में जाने जाते हैं।

उन्होंने 2020 और 2022 में MTV Europe Music Awards में “Best India Act” का खिताब जीता। जनवरी 2025 में उन्होंने अपनी लॉन्ग-टर्म पार्टनर आशना श्रॉफ से शादी की, जिसकी चर्चा सोशल मीडिया पर खूब रही।

फैंस की उम्मीदें और उत्साह

सोशल मीडिया पर फैंस इस “होमकमिंग कॉन्सर्ट” को लेकर बेहद उत्साहित हैं। कई लोगों का मानना है कि यह भारतीय म्यूज़िक इंडस्ट्री के लिए एक नया अध्याय साबित होगा। अर्मान का कहना है कि यह शो उनके दिल के बेहद करीब है और वे इसे अविस्मरणीय बनाना चाहते हैं।

निष्कर्ष

अर्मान मलिक का पहला स्टेडियम टूर और मुंबई का “होमकमिंग कॉन्सर्ट” न सिर्फ उनके करियर का सुनहरा पल होगा बल्कि उनके प्रशंसकों के लिए भी एक ऐतिहासिक अनुभव बनेगा। अब सबकी निगाहें इस भव्य शो पर टिकी हैं।

FAQ: अर्मान

अर्मान मलिक का पहला स्टेडियम शो कब होगा?

यह शो 2025 के अंत तक मुंबई में आयोजित होने वाला है।

अर्मान मलिक ने शादी कब की?

जनवरी 2025 में अर्मान मलिक ने आशना श्रॉफ से शादी की।

अर्मान मलिक को अब तक कौन से बड़े पुरस्कार मिले हैं?

उन्होंने 2020 और 2022 में MTV Europe Music Awards में “Best India Act” जीता है।

श्रद्धांजलि: जसविंदर भल्ला — पंजाब की हास्य विरासत

जसविंदर भल्ला — पंजाब की हास्य विरासत

जसविंदर भल्ला

आज पंजाबी फिल्म और कॉमेडी जगत का एक सितारा हमसे विदा हो गया — 22 अगस्त 2025 की सुबह, जसविंदर भल्ला ने हमें अलविदा कहा। उनकी हास्य शैली, संवेदनशीलता और सादगी ने हजारों दिलों को छूआ।

जसविंदर भल्ला शिक्षा और प्रोफेशन

जीवन की शुरुआत और अकादमिक पृष्ठभूमि

  • जन्म: 4 मई 1960, लुधियाना (डोरा)
  • शिक्षा:
    • B.Sc. और M.Sc. पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (PAU), लुधियाना
    • Ph.D. कृषि विज्ञान, Chaudhary Charan Singh यूनिवर्सिटी, मेरठ
  • शिक्षण करियर: PAU में प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष के रूप में कार्य किया, और 31 मई 2020 को रिटायर हुए।

कॉमेडी करियर : अभिनय में अद्भुत प्रभाव

  • शुरुआत: 1988 में ‘Chhankata 1988’ ऑडियो कॉमेडी सीरीज से उन्होंने सफलता की शुरुआत की; इन्हीं प्रदर्शन में कप्तान ‘Bal Mukund Sharma’ उनके सह-कलाकार थे।
  • प्रसिद्ध किरदार:
    • Chacha Chatar Singh — एक वृद्ध ग्रामीण, जो पंजाब की राजनीति और सामाजिक स्तिथि पर व्यंग्य करते।
    • Bhana, JB, Taya Fumhan Singh जैसे कई अन्य पात्रों ने भी उनकी रेंज को दर्शाया।
  • फ़िल्मी सफ़र:
    • प्रमुख फिल्में: Mahaul Theek Hai, Jihne Mera Dil Luteya, Carry On Jatta, Jatt & Juliet, आदि। इन फिल्मों में उनके पंच और टनकदार संवाद दर्शकों के दिलों में गहराई से उतर गए।
    • स्टेज शो: “Naughty Baba in Town” — कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में उनके हँसी-मज़ाक के दौऱे लोकप्रिय रहे।

1988 में ‘Chhankata’ सीरीज से शुरुवात कर, वे ‘Chacha Chatar Singh’, ‘Advocate Dhillon’ जैसे पात्रों के ज़रिए घर-घर प्रसिद्ध हुए।

फिल्मों में उनकी हास्य भूमिका और संवाद हमेशा चर्चित रहे — जैसे Carry On Jatta और Jatt & Juliet।

व्यक्तिगत जीवन और मानवीय पहल

Parmdeep Bhalla के साथ उनका स्नेह और बच्चों—Pukhraj और Ashpreet के प्रति उनका प्यार, सबकी यादों में अंकित है।

उस स्कूल की लड़की के लिए उन्होंने अपनी सेल्फी वायरल की, जिसने उन्हें नहीं देखी—यह घटना दर्शाती है कि वे कितने संवेदनशील और प्यारे थे।

  • परिवार:
    • पत्नी: Parmdeep Bhalla (फाइन आर्ट्स शिक्षक)
    • संतान: पुत्र—Pukhraj Bhalla (खुद एक्टिंग में शामिल), पुत्री—Ashpreet Kaur (नॉर्वे में विवाहित)
  • दयालु पहल: एक स्कूल की लड़की जिसने फ़ोन न होने के कारण अपनी सेल्फी नहीं देख पाई — जसविंदर जी ने उसे वायरल कर उसे खुशी पहुँचाई। यह घटना उनके संवेदनशील स्वभाव की जीवंत शिक्षा है।

जसविंदर भल्ला निधन और अंतिम श्रद्धांजलि

20 अगस्त को स्ट्रोक आने के बाद, उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया, लेकिन जीवन की जंग हार गए—22 अगस्त को सुबह 4 बजे।

अंतिम संस्कार 23 अगस्त दोपहर 12 बजे Balongi Cremation Ground, मोहाली में सम्पन्न होगा।

उद्योग और जनता का शोक

गिप्पी ग्रेवाल, नीरू बाजवा, हॅपी रैकोटी, बिन्नू ढिल्लों जैसी हस्तियों ने भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। CM भगवंत मान ने कहा — “Chacha Chatra से पंजाब का हँसता चेहरा रहा।”

पंजाबी मनोरंजन जगत से एक अहम सितारा आजश्वर हो गया — जसविंदर भल्ला, जिन्हें प्यार से ‘Chacha Chatar Singh’ और ‘Advocate Dhillon’ के नाम से याद किया जाता है। 22 अगस्त 2025 को सुबह मोहाली के Fortis अस्पताल में 65 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया, जिससे पूरे ‘पोलिवुड’ में शोक की लहर दौड़ पड़ी है।

मृत्यु का कारण एवं स्वास्थ्य संबंधी जानकारी

  • उन्हें ब्रेन स्ट्रोक हुआ, जिसके कारण उनका निधन हुआ। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे, और उनकी बीमारी में डायबिटीज़ (मधुमेह) तथा हृदय संबंधी परेशानियाँ भी शामिल थीं
  • रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्हें बुधवार शाम को स्ट्रोक आया, और शुक्रवार (22 अगस्त) सुबह लगभग सुबह 4:00 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली

निष्कर्ष

जसविंदर भल्ला केवल कलाकार नहीं, एक पीढ़ी की हँसी और संवेदना थे। उनके संवाद, पात्र, और हँसी आज भी हमारे साथ हैं। उनका जाना एक सदी की कॉमेडी का विराम है, पर यादें अमर हैं।

‘अवतार- फायर एंड ऐश’ में वरंग बनीं ऊना चैपलिन: ‘गेम ऑफ थ्रोन्स’ की रानी से योद्धा तक का सफर

‘अवतार: फायर एंड ऐश’ में वरंग बनीं ऊना चैपलिन

जब ‘अवतार’ के प्रशंसकों को हुआ चौंकाने वाला खुलासा

जब ‘अवतार: फायर एंड ऐश’ की रिलीज़ हुई, तो दर्शकों का ध्यान एक शक्तिशाली किरदार वरंग पर गया। इस भूमिका में अभिनेत्री ऊना चैपलिन को देखकर कई प्रशंसक चौंक गए जब उन्होंने महसूस किया कि ये वही अभिनेत्री हैं जिन्होंने ‘गेम ऑफ थ्रोन्स’ में टलीसा भूमिका निभाइ थी ।

‘गेम ऑफ थ्रोन्स’ की रानी से अवतार की योद्धा तक

ऊना चैपलिन का ‘गेम ऑफ थ्रोन्स’ में किरदार मासूमियत और प्रेम से भरा था, लेकिन ‘रेड वेडिंग’ में उनकी दुखद मृत्यु दर्शकों के दिलों में घर कर गई। अब, ‘फायर एंड ऐश’ में वे एक रहस्यमयी और शक्तिशाली योद्धा वरंग

ऊना चैपलिन कौन हैं?

  • पूरा नाम: ऊना ओना चैपलिन
  • परिवार: चार्ली चैपलिन की पोती, जेराल्डिन चैपलिन की बेटी
  • मूल देश: स्पेन/यूके
  • प्रमुख किरदार: टलीसा (GoT), वरंग (Avatar), अन्य थियेटर/फिल्म प्रोजेक्ट्स

फैंस की प्रतिक्रियाएं

“मुझे विश्वास नहीं हो रहा कि वरंग और टलीसा एक ही अभिनेत्री हैं!” — एक ट्विटर यूज़र

“ऊना चैपलिन ने फिर से साबित किया कि वह किसी भी किरदार में जान डाल सकती हैं।” — Reddit यूज़र

‘वरंग’ का महत्व

वरंग का किरदार ‘अवतार’ ब्रह्मांड में एक नई दिशा देता है — वह न केवल फिजिकल स्ट्रेंथ दिखाती हैं, बल्कि राजनीति, रणनीति और भावनात्मक संतुलन

निष्कर्ष

ऊना चैपलिन जैसे कलाकार समय के साथ अपने अभिनय की सीमाओं को पार करते हुए, हर किरदार को जीवंत बना देते हैं। वरंग के रूप में उनकी वापसी ने न केवल ‘अवतार’ को मजबूत किया है, बल्कि उनके ‘गेम ऑफ थ्रोन्स’ फैंस के लिए एक प्यारा सरप्राइज़ भी साबित हुई है।

टैग्स: ऊना चैपलिन, वरंग, अवतार: फायर एंड ऐश, गेम ऑफ थ्रोन्स, टलीसा, Game of Thrones Actress

PM Kisan 20वीं किस्त स्टेटस ऐसे करें चेक – जानें आसान तरीका और जरूरी अपडेट्स

PM Kisan Samman Nidhi Yojana के तहत PM Kisan 20वीं किस्त की राशि ₹2000 जुलाई 2025 के तीसरे सप्ताह में ट्रांसफर की जा रही है। अगर आप यह जानना चाहते हैं कि आपकी किस्त आई या नहीं, तो इस लेख में हम आपको बताएंगे किस्त स्टेटस चेक करने की पूरी प्रक्रिया

PM Kisan 20वीं किस्त

Table of Contents

PM Kisan 20वीं किस्त स्टेटस कैसे चेक करें?

  1. वेबसाइट खोलें: pmkisan.gov.in पर जाएं।
  2. ‘Farmer’s Corner’ में जाएं: “Beneficiary Status” विकल्प चुनें।
  3. जानकारी भरें: आधार नंबर, मोबाइल नंबर या बैंक अकाउंट नंबर दर्ज करें।
  4. ‘Get Data’ पर क्लिक करें: अब आप अपनी किस्त की स्थिति देख पाएंगे।

e-KYC, आधार-बैंक लिंकिंग क्यों जरूरी है?

  • सरकार ने स्पष्ट किया है कि e-KYC न कराने वाले किसानों को किस्त नहीं मिलेगी
  • आधार और बैंक खाता आपस में लिंक होना चाहिए।
  • भूमि रिकॉर्ड अपडेट और बैंक विवरण सही होना चाहिए।

किन गलतियों से किस्त अटक सकती है?

  • e-KYC पेंडिंग है
  • आधार और बैंक खाता लिंक नहीं
  • गलत IFSC कोड या खाता संख्या
  • भूमि रिकॉर्ड में नाम में अंतर

मोबाइल ऐप से भी चेक करें

Google Play Store पर PMKISAN GoI ऐप डाउनलोड करें और ‘Beneficiary Status’ विकल्प चुनकर जानकारी प्राप्त करें।

PM Kisan 20वीं किस्त की संभावित तिथि

पीएम मोदी द्वारा 18 जुलाई 2025 को बिहार के मोतिहारी में इस किस्त को जारी करने की उम्मीद है। राशि ट्रांसफर 19–20 जुलाई के बीच हो सकता है।

FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

Q1. मुझे अपनी किस्त नहीं मिली, क्या करूं?

A: वेबसाइट पर Beneficiary Status देखें, e-KYC, आधार लिंकिंग और बैंक डिटेल्स जांचें।

Q2. e-KYC कैसे करें?

A: pmkisan.gov.in पर OTP आधारित या CSC सेंटर पर जाकर बायोमेट्रिक KYC करें।

Q3. क्या यह योजना हर किसान के लिए है?

A: हां, लेकिन भूमि धारक किसान ही पात्र हैं और सरकारी कर्मचारी/आयकरदाता अपात्र हैं।

Q4. Status में “Payment Under Process” दिखा रहा है?

A: इसका अर्थ है कि भुगतान प्रक्रिया में है, 1–3 कार्यदिवस में खाते में राशि आ जाएगी।

शिवलिंग की उत्पत्ति: आस्था, इतिहास और विज्ञान के दृष्टिकोण से

शिवलिंग की उत्पत्ति

प्रकाशन तिथि: 15 जुलाई 2025 |

शिवलिंग की उत्पत्ति

शिवलिंग क्या है?

शिवलिंग हिंदू धर्म में भगवान शिव का प्रतीक है। यह “लिंग” (सृजन) और “योनि” (ऊर्जा) का समन्वय दर्शाता है, जो ब्रह्मांडीय शक्ति और चेतना का प्रतीक माना जाता है। शिवलिंग के माध्यम से ब्रह्मांड के आदि स्रोत शिव की उपासना की जाती है।

उत्पत्ति की पौराणिक कथा

शिवपुराण और लिंगपुराण के अनुसार, शिवलिंग की उत्पत्ति का उल्लेख तब आता है जब ब्रह्मा और विष्णु में श्रेष्ठता को लेकर विवाद होता है। तभी एक अग्निस्तंभ प्रकट होता है, जिसका न आदि दिखाई देता है न अंत। वह स्तंभ ही शिवलिंग का रूप था — अनादि, अनंत और निराकार।

दार्शनिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण

शिवलिंग केवल एक मूर्ति नहीं है, यह निराकार ब्रह्म की प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति है। इसका गोलाकार आधार शक्ति (देवी) और ऊर्ध्व स्तंभ शिव (पुरुष) को दर्शाता है — जिससे सृष्टि की उत्पत्ति होती है। यह संतुलन, सृजन और चेतना का मेल है।

वैज्ञानिक और प्रतीकात्मक विश्लेषण

कुछ वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं के अनुसार शिवलिंग का अंडाकार आकार ब्रह्मांड की संरचना से मेल खाता है। यह ऊर्जा के एक केंद्र बिंदु का प्रतिनिधित्व करता है जहां से जीवन और गति उत्पन्न होती है। इसे एक कॉस्मिक एनर्जी पॉइंट भी माना जाता है।

भारत में प्रमुख शिवलिंग

  • काशी विश्वनाथ, वाराणसी
  • सोमनाथ, गुजरात
  • महाकालेश्वर, उज्जैन
  • ओंकारेश्वर, मध्यप्रदेश
  • त्र्यंबकेश्वर, महाराष्ट्र

निष्कर्ष

शिवलिंग की उत्पत्ति सिर्फ एक धार्मिक प्रतीक नहीं बल्कि ब्रह्मांड की चेतना और ऊर्जा का विज्ञान है। यह मानवता को सिखाता है कि सृजन और विनाश एक ही ऊर्जा के दो रूप हैं। चाहे धार्मिक रूप से देखें या वैज्ञानिक, शिवलिंग सदैव रहस्य और श्रद्धा का केंद्र रहेगा।

FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

Q1. शिवलिंग की सबसे पहली उत्पत्ति कब हुई?

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार शिवलिंग अनादि और अनंत है, इसकी कोई शुरुआत नहीं है।

Q2. क्या शिवलिंग की पूजा केवल मंदिरों में की जाती है?

नहीं, शिवलिंग की पूजा घर पर भी श्रद्धा और विधिपूर्वक की जा सकती है।

Q3. शिवलिंग को दूध चढ़ाने का क्या वैज्ञानिक कारण है?

कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि इससे मानसिक शांति मिलती है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।

लेख स्रोत: शिवपुराण, लिंगपुराण, वैज्ञानिक अध्ययन

टैग: शिवलिंग, शिवपुराण, हिंदू धर्म, शिव की पूजा, cgtime24.com

अहमदाबाद प्लेन क्रैश 2025 – संभावित कारण और विस्तृत विश्लेषण

अहमदाबाद प्लेन क्रैश 2025 – संभावित कारण और विस्तृत विश्लेषण

12 जून 2025 को भारत के अहमदाबाद शहर में हुआ एयर इंडिया का भीषण विमान हादसा न केवल देश बल्कि पूरी दुनिया को हिला कर रख गया। इस दुर्घटना ने अनेक सवाल खड़े कर दिए कि आखिर ऐसी क्या परिस्थितियाँ बनीं कि एक आधुनिक Boeing 787 Dreamliner विमान महज़ टेकऑफ के कुछ ही क्षणों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस लेख में हम इस विमान हादसे के संभावित कारणों, विशेषज्ञों की राय और प्रारंभिक जाँच के निष्कर्षों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

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घटना का संक्षिप्त विवरण

12 जून 2025 को एयर इंडिया का AI-171 विमान अहमदाबाद से लंदन गैटविक के लिए रवाना हुआ। टेकऑफ के मात्र 30 सेकंड बाद ही विमान ने तेजी से ऊँचाई खोनी शुरू कर दी और अहमदाबाद के बी.जे. मेडिकल कॉलेज के पास हॉस्टल इमारत से जा टकराया। इस हादसे में 241 यात्रियों सहित कुल 270 से अधिक लोगों की मौत हो गई।

संभावित कारण

जाँच एजेंसियों द्वारा अब तक प्राप्त जानकारी के आधार पर इस हादसे के पीछे कई संभावित कारण सामने आ रहे हैं, जिनमें तकनीकी गड़बड़ी, मानवीय भूलें और मौसम संबंधी परिस्थितियाँ शामिल हो सकती हैं।

1. तकनीकी त्रुटियाँ

  • Flap Setting Error: शुरुआती जाँच से संकेत मिले हैं कि टेकऑफ के समय फ्लैप्स (विंग्स पर स्थित नियंत्रण पंख) की सेटिंग गलत हो सकती थी। इससे विमान को अपेक्षित लिफ्ट नहीं मिल पाई।
  • Landing Gear Issue: यह भी संभावना है कि लैंडिंग गियर समय रहते Retract न किया गया हो, जिससे एयर ड्रैग बढ़ा और विमान टेकऑफ के दौरान ऊँचाई हासिल नहीं कर सका।
  • Engine Malfunction: ब्लैक बॉक्स डेटा से इंजन ट्रस्ट में अचानक गिरावट के संकेत मिले हैं। ऐसा किसी बर्ड हिट या इंजन फेलियर के कारण हो सकता है।

2. मानवीय भूलें

  • पायलट का निर्णय: पायलट द्वारा Flap/Gear Configuration में चूक या Thrust Setting में गलती संभव है।
  • चेकलिस्ट अपूर्णता: टेकऑफ से पूर्व मानक चेकलिस्ट का पूरा न होना इस घटना का एक बड़ा कारण हो सकता है।
  • दबाव और थकावट: लंबे शेड्यूल या फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिट का उल्लंघन भी पायलट की क्षमता को प्रभावित कर सकता है।

3. अन्य कारण

  • Bird Strike: रनवे के पास पक्षियों के झुंड की उपस्थिति की भी संभावना है, जिससे इंजन में गंभीर क्षति हो सकती है।
  • ATC Miscommunication: एयर ट्रैफिक कंट्रोल के निर्देशों में भ्रम या देरी भी दुर्घटना का कारण बन सकती है।
  • मौसम: हालांकि मौसम सामान्य था, परंतु माइक्रोबर्स्ट जैसी अप्रत्याशित हवा की स्थितियाँ भी कोई भूमिका निभा सकती हैं।

जाँच की प्रगति

भारत के AAIB ने ब्लैक बॉक्स (FDR और CVR) बरामद कर लिया है। इनसे टेकऑफ के समय विमान की गति, इंजन थ्रस्ट, पायलट कमांड और कॉकपिट बातचीत की जानकारी मिली है। अमेरिकी FAA, Boeing और GE के विशेषज्ञ भी जाँच में शामिल हैं। प्रारंभिक रिपोर्ट 90 दिनों में आने की उम्मीद है।

विशेषज्ञों की राय

विमानन विशेषज्ञों का कहना है कि टेकऑफ के इतने जल्द दुर्घटना का कारण अक्सर फ्लैप्स, इंजन ट्रस्ट या पायलट सेटिंग से जुड़ा होता है। Capt. Steve Hopkins (UK-CAA) के अनुसार, “Flap Misconfiguration” जैसी साधारण चूक भी ऐसे भीषण हादसे का कारण बन सकती है। वहीं, Boeing के पूर्व इंजीनियरों ने संभावित ऑटोथ्रॉटल सिस्टम फेलियर की आशंका जताई है।

भविष्य के लिए सबक

  • टेकऑफ चेकलिस्ट का कठोर पालन अनिवार्य करना।
  • पायलट ट्रेनिंग में फ्लैप Misconfiguration से संबंधित आपातकालीन Drill शामिल करना।
  • रनवे पर Bird Detection System को और उन्नत बनाना।
  • सभी Boeing 787 विमानों की विशेष सुरक्षा जाँच।

FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

1. क्या विमान में तकनीकी खराबी पहले से थी?

अब तक के डेटा से ऐसा संकेत नहीं मिला है कि विमान में पहले से कोई ज्ञात तकनीकी खराबी थी।

2. क्या पायलट की गलती हादसे का मुख्य कारण थी?

जाँच में पायलट द्वारा Flap या Gear Configuration में गलती की संभावना सामने आई है, परंतु अंतिम निष्कर्ष आना बाकी है।

3. क्या मौसम दुर्घटना के लिए जिम्मेदार था?

मौसम रिपोर्ट्स के अनुसार टेकऑफ के समय मौसम सामान्य था। अतः मौसम कारण नहीं था।

4. क्या अन्य सभी Boeing 787 विमान भी जाँच के दायरे में आए हैं?

हाँ, भारत सरकार ने सभी Boeing 787 विमानों की विशेष जाँच का आदेश दिया है।

5. अंतिम जाँच रिपोर्ट कब तक आएगी?

प्रारंभिक रिपोर्ट 90 दिनों में और पूरी रिपोर्ट लगभग 6 महीनों में आने की संभावना है।


नोट: यह लेख मौजूदा उपलब्ध जानकारी के आधार पर तैयार किया गया है। जैसे-जैसे जाँच आगे बढ़ेगी, नए तथ्यों के प्रकाश में आने की संभावना है।

Sources: The Guardian, Al Jazeera, Times of India, NDTV, Boeing Reports, AAIB India

महाकुंभ 2025- आस्था, परंपरा और आध्यात्मिक ऊर्जा का महासंगम

महाकुंभ 2025: तारीखें, महत्व और रोचक जानकारियां

महाकुंभ 2025

महाकुंभ 2025 का महासंगम आस्था और परंपरा का प्रतीक है। जानिए इसकी तारीखें, महत्व, आकर्षण और तैयारियों की पूरी जानकारी।

भारत में हर 12 वर्षों में आयोजित होने वाला महाकुंभ मेला न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण है। 2025 में यह प्रयागराज (इलाहाबाद) में आयोजित होगा। लाखों श्रद्धालु, साधु-संत और पर्यटक इसमें शामिल होकर पवित्र संगम में स्नान कर पुण्य अर्जित करेंगे।

1. महाकुंभ मेला क्या है?

महाकुंभ मेला दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक और धार्मिक मेला है, जिसमें करोड़ों श्रद्धालु संगम में स्नान कर मोक्ष की प्राप्ति की कामना करते हैं। यह हर 12 वर्षों में चार पवित्र स्थानों पर आयोजित किया जाता है—हरिद्वार, प्रयागराज, उज्जैन और नासिक।

2. महाकुंभ 2025 की तारीखें

महाकुंभ 2025 प्रयागराज में आयोजित होगा, जिसमें मुख्य स्नान तिथियाँ इस प्रकार हैं:

पहला शाही स्नान: 13 जनवरी 2025 (मकर संक्रांति)

दूसरा शाही स्नान: 14 जनवरी 2025 (पौष पूर्णिमा)

तीसरा शाही स्नान: 29 जनवरी 2025 (मौनी अमावस्या)

चौथा शाही स्नान: 12 फरवरी 2025 (वसंत पंचमी)

पांचवा शाही स्नान: 26 फरवरी 2025 (माघ पूर्णिमा)

छठा शाही स्नान: 11 मार्च 2025 (महाशिवरात्रि)

3. महाकुंभ का धार्मिक महत्व

महाकुंभ हिंदू धर्म में आस्था और मोक्ष का प्रतीक है। मान्यता है कि इस दौरान संगम में स्नान करने से सभी पाप धुल जाते हैं और आत्मा शुद्ध हो जाती है। यह अवसर देवताओं और असुरों के बीच हुए अमृत मंथन की कथा से जुड़ा है।

4. महाकुंभ का ऐतिहासिक पक्ष

महाकुंभ का उल्लेख प्राचीन पुराणों और महाकाव्यों में मिलता है। इतिहासकारों के अनुसार, इसकी शुरुआत आदि शंकराचार्य के समय से हुई। 19वीं सदी में अंग्रेजों ने भी इसे दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन माना।

5. प्रयागराज: महाकुंभ 2025 का स्थान

प्रयागराज, जिसे त्रिवेणी संगम के लिए जाना जाता है, गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती नदियों का मिलन स्थल है। यह स्थान भारत के पवित्र तीर्थ स्थलों में से एक है।

6. मुख्य आकर्षण: क्या-क्या देखने को मिलेगा?

अखाड़ों का शाही स्नान

कथा-कीर्तन और प्रवचन

संस्कृतिक कार्यक्रम

धार्मिक और योग शिविर

विशाल भंडारे

7. कुंभ स्नान की तिथियाँ

हर महाकुंभ में विशेष शाही स्नान तिथियों का महत्व होता है, जब नागा साधु और विभिन्न अखाड़े स्नान करते हैं।

8. साधु-संतों की भूमिका

महाकुंभ में अलग-अलग अखाड़ों के संत और साधु अपनी उपस्थिति से आध्यात्मिकता का वातावरण बनाते हैं।

9. महाकुंभ में सुरक्षा व्यवस्था

सरकार और स्थानीय प्रशासन सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की पूरी व्यवस्था करता है।

10. यातायात और आवास की जानकारी

प्रयागराज में पहुँचने के लिए रेल, बस और हवाई मार्ग उपलब्ध हैं। साथ ही, विभिन्न धर्मशालाएँ, होटल और टेंट सिटी बनाई जाती हैं।

निष्कर्ष

महाकुंभ 2025 न केवल आध्यात्मिक यात्रा बल्कि भारतीय संस्कृति, परंपरा और भक्ति का एक अद्भुत संगम होगा। अगर आप इस पवित्र आयोजन में शामिल होने की योजना बना रहे हैं, तो अभी से अपनी तैयारियाँ शुरू करें!

ठाणे में पीएम मोदी के दौरे के चलते भारी वाहनों पर प्रतिबंध: जानिए क्या है नए यातायात नियम

ठाणे में पीएम मोदी के दौरे के चलते नवी मुंबई पुलिस ने 5 अक्टूबर को ठाणे में भारी वाहनों के प्रवेश पर सख्त प्रतिबंध लगा दिया है। यह प्रतिबंध शुक्रवार मध्यरात्रि से शुरू होकर शनिवार मध्यरात्रि तक जारी रहेगा, जिससे नवी मुंबई से ठाणे की ओर आने वाले भारी वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से रोक दी जाएगी।

ठाणे में पीएम मोदी के दौरे के चलते

ठाणे में पीएम मोदी के दौरे के चलते

प्रधानमंत्री का दौरा और नवरात्रि उत्सव के दौरान यातायात की स्थिति

प्रधानमंत्री मोदी का दौरा नवरात्रि उत्सव के साथ मेल खा रहा है, जोकि मुंबई और ठाणे के आसपास के इलाकों में अत्यधिक यातायात की स्थिति पैदा कर सकता है। विशेष रूप से ठाणे-पनवेल मार्ग और पुणे व गोवा राजमार्गों पर त्यौहारी सीजन के चलते यातायात अधिक होने की संभावना है। इसे ध्यान में रखते हुए पुलिस द्वारा भारी वाहनों पर यह प्रतिबंध लागू किया गया है ताकि यातायात में किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो।

नवी मुंबई पुलिस द्वारा जारी किए गए वैकल्पिक मार्ग

नवी मुंबई यातायात पुलिस ने एक अधिसूचना जारी की है, जिसमें नवी मुंबई से ठाणे की ओर जाने वाले भारी वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्ग निर्धारित किए गए हैं। जो वाहन नासिक की ओर जा रहे हैं, उन्हें जेएनपीटी जंक्शन – कर्जत – मुरबाद – शाहपुर – कसारा – इगतपुरी मार्ग का उपयोग करना होगा। वहीं गुजरात की ओर जाने वाले वाहनों के लिए पनवेल के पास जेएनपीटी जंक्शन से कर्जत, मुरबाद, शाहपुर, वाडा और मनोर टोल नाका के रास्ते को सुझाया गया है।

पुणे और अहमदनगर के लिए नया वैकल्पिक मार्ग

पुणे की ओर जाने वाले भारी वाहनों के लिए एक अतिरिक्त मार्ग भी बनाया गया है। ये वाहन जेएनपीटी जंक्शन से पुणे एक्सप्रेसवे होते हुए चाकन तक जा सकते हैं, जहाँ से वे अहमदनगर-नासिक राजमार्ग का अनुसरण कर सकते हैं और अपने गंतव्य तक पहुँच सकते हैं।

आवश्यक वस्तुओं को ले जाने वाले वाहनों को मिलेगी छूट

पुलिस अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया है कि आवश्यक वस्तुओं को ले जाने वाले वाहनों पर इस प्रतिबंध का कोई प्रभाव नहीं होगा। यह प्रतिबंध केवल नवी मुंबई से ठाणे के बीच भारी वाहनों की आवाजाही को रोकने के लिए लगाया गया है ताकि प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से चल सके।

चेकपॉइंट्स पर विशेष निगरानी

नवी मुंबई पुलिस ने ठाणे क्षेत्र में रणनीतिक रूप से चेकपॉइंट स्थापित किए हैं, ताकि कोई भी भारी वाहन प्रतिबंधित मार्गों में प्रवेश न कर सके। प्रमुख चेकपॉइंट्स में खारपाड़ा, टी पॉइंट, रबाले, तलोजा, महापे-शिलफाटा, न्हावा शेवा में चांदनी चौक, उरण और गव्हान फाटा शामिल हैं। इन स्थानों पर पुलिस द्वारा कड़ी निगरानी की जाएगी और नियमों के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

प्रधानमंत्री के दौरे से जुड़े यातायात प्रतिबंधों का उद्देश्य

इस प्रतिबंध का मुख्य उद्देश्य प्रधानमंत्री मोदी के दौरे के दौरान यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखना है, ताकि ठाणे और आसपास के इलाकों में किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। यह कदम विशेष रूप से नवरात्रि के दौरान बढ़ते यातायात और सुरक्षा चिंताओं को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।

समाप्ति

ठाणे में पीएम मोदी के दौरे के चलते लगाए गए इन यातायात प्रतिबंधों से नागरिकों को थोड़ी असुविधा हो सकती है, लेकिन सुरक्षा और सुचारू यातायात के लिए यह आवश्यक कदम है। अधिकारियों ने नागरिकों से अपील की है कि वे इन नियमों का पालन करें और पुलिस द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों का सम्मान करें।

इस प्रकार, नवी मुंबई से ठाणे की ओर जाने वाले भारी वाहनों के लिए उचित वैकल्पिक मार्गों का चयन करना अनिवार्य होगा।